ज़ी बिजनेस के 'ऑपरेशन हफ्ता वसूली' का असर- चीन के कंट्रोल वाली NBFC पर ED का शिकंजा, 131 करोड़ रुपए सीज
ED seizes funds of Chinese controlled NBFC: जी बिजनेस की मुहिम- 'ऑपरेशन हफ्ता वसूली' का फिर असर हुआ है.
ईडी ने नियमों के उल्लंघन के आरोप में एक चीनी कंपनी से 131 करोड़ रुपए सीज किए.
ईडी ने नियमों के उल्लंघन के आरोप में एक चीनी कंपनी से 131 करोड़ रुपए सीज किए.
ED seizes funds of Chinese controlled NBFC: जी बिजनेस की मुहिम- 'ऑपरेशन हफ्ता वसूली' का फिर असर हुआ है. ईडी (Enforcement Directorate) ने गुरुवार (30 सितंबर, 2021) को नियमों के उल्लंघन के आरोप में एक कंपनी से 131 करोड़ रुपए सीज किए. चीनी नागरिक के नियंत्रण वाली इस एनबीएफसी (non-banking financial company) PCFS पर फॉरन एक्सचेंज कानून के उल्लंघन के बाद ये कार्रवाई की गई.
ऐप के जरिए गड़बड़झाला
NBFC पीसी फाईनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (PCFS) अपने ऐप 'Cashbean' से तुरंत पर्सनल माइक्रो लोन देने का काम कर रही थी. इस पर विदेश से भेजा हुआ संदिग्ध पैसा लेने का शक है. मामला ईडी की नजर में तब आया जब वो जब वो कई एनबीएफसी और FinTech कंपनियों के मोबाइल ऐप के जरिए लोन की जांच कर रही थी. ED ने बताया कि ग्राहकों को यह लोन हाई इंटरेस्ट रेट पर दिया जा रहा था और उनके पर्सनल डेटा का गलत इस्तेमाल कर कॉल सेंटरों के माध्यम से उन्हें वसूली के लिए धमकाया भी जाता था.
पिछले साल से इस तरह की रिपोर्ट कई राज्यों से आ रही थी. विशेष रूप से कोरोना महामारी (Corona Virus) को रोकने के लिए लॉकडाउन के बाद पैदा हुए आर्थिक संकट के बाद कई लोगों के इस तरह के ऐप के जाल में फंसने और इन कंपनियों की धमकी से तंग आकर अपनी जान तक देने के मामले सामने आए.
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चीनी नागरिक है कंपनी का मालिक
ED ने बताया कि पीसी फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (PC Financial Services Private Limited) मेक्सिको की कंपनी Oplay Digital Services की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी (WOS) है, जो कि हांगकांग की Tenspot Pesa Limited की WOS है, जिसका मालिकाना हक आखिर में जाकर एक चीनी नागरिक झोउ याहुई (Zhou Yahui) के पास है.
अगस्त में भी जब्त किए थे 106.93 करोड़
मूल भारतीय कंपनी PC Financial Services को भारतीय नागरिकों ने 1995 में बनाया था. इसे 2002 में कंपनी को NBFC का लाइसेंस मिला था. वहीं RBI की मंजूरी मिलने के बाद 2018 में यह चीनी नियंत्रण वाली कंपनी बन गई. ED ने बताया कि कंपनी पर गलत तरीके से बड़ी रकम भारत से बाहर भेज दी. यह उन सॉफ्टवेयर के नाम पर किया गया जो वास्तव में हैं ही नहीं. वहीं मार्केटिंग और दूसरे खर्चों के नाम पर भी कंपनी ने पैसे बाहर भेज दिए. FEMA के तहत ईडी ने कुल 131.11 करोड़ रुपये जब्त किए जो कि कई बैंकों और पेमेंट्स गेटवे अकाउंट्स में रखे गए थे. खास बात ये है कि अगस्त में भी इसी कंपनी से 106.93 करोड़ रकम जब्त की गई थी.
जी बिजनेस की मुहिम का असर
गौरतलब है कि जी बिजनेस की मुहिम का यह बड़ा असर है. जी बिजनेस ने ऑपरेशन हफ्तावसूली (#Operationhaftavassoli) के नाम से एक मुहिम चलाई थी. जी बिजनेस ने ग्राहकों को प्रताड़ित करने वाली Digital Lending कंपनियों के खिलाफ एक मुहिम छेड़ी थी. जी बिजनेस की मुहिम के बाद RBI ने इस पर सख्ती दिखाते हुए मामले की समीक्षा के लिए एक समिति बनाई थी.
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08:29 PM IST